महिला सशक्तीकरण में सरकारी योजनाओं की भूमिका

Authors(1) :-डाॅ0 हेमलता

वर्तमान भारतीय समाज में महिलाओं की तस्वीर बदल रही है। आधुनिक सामाजिक परिवेश में राजनीतिक एवं सामाजिक प्रतिबद्धता ने ऐसे वातावरण को जन्म दिया है, जिसमें महिलाएँ स्वयं को अब स्वतंत्र महसूस कर रही हैं। इन महिलाओं से जुड़े विभिन्न प्रकार के उपबन्ध, अधिनियम और योजनाओं ने उनके लिये जहाँ शिक्षा के नये अवसर प्रदान किये है, वहीं इन महिलाओं के लिये नये राजेगार के अवसर भी बढ़ाये हैं। वर्तमान परिवेश में प्रत्येक स्तर पर महिलाओं के बढ़ती क्षमताओं को स्वीकार भी किया जा रहा है। भारतीय संवैधानिक उपबंधों ने महिलाओं को बराबर का हक दिलाया है, तथा इसके साथ-साथ अधिनियमों ने इन महिलाओं को संरक्षण प्रदान किया है। इनके सामाजिक जीवन के मूल्यों में बदलाव आने से सकारात्मक प्रभाव भी परिलक्षित हो रहा है, ऐसे इन महिलाओं के दायित्वों की रूप रेखा भी नये परिवेश के साथ परिवर्तित हो रही है। प्रस्तुत शोध के महिला सशक्तीकरण में सरकारी योजनाओं की भूमिका का विश्लेषण किया गया है।

Authors and Affiliations

डाॅ0 हेमलता
आडिटर, स्थानीय निधि, लेखा परीक्षा विभाग, प्रयागराज, उŸार प्रदेश, भारत

महिला सशक्तीकरण, संवैधानिक उपबन्ध, मूल्य, सामाजिक परिवेश।

 

  1. पी0एन0प्रभू, हिन्दी सामाजिक संगठन, पृ0 258
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  5. कुरूक्षेत्र पत्रिका, भारत सरकार, 2016, पृ0 33

Publication Details

Published in : Volume 3 | Issue 2 | March-April 2020
Date of Publication : 2020-03-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 39-42
Manuscript Number : SHISRRJ203310
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

डाॅ0 हेमलता, "महिला सशक्तीकरण में सरकारी योजनाओं की भूमिका", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 3, Issue 2, pp.39-42, March-April.2020
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ203310

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