Manuscript Number : SHISRRJ203341
धार्मिक एवं दार्शनिक दृष्टियों के सन्दर्भ में कालिदास का प्रेम-विश्लेषण
Authors(1) :-अनुज कुमार महाकवि कालिदास ने अपने काव्यों में धार्मिक एवं दार्शनिक दृष्टियों के सन्दर्भ में प्रेम का विश्लेषण किया है | उन्होंने पुरुषार्थ चतुष्टयं – धर्म, अर्थ , काम और मोक्ष का क्रमशः उपयोग एवं उपभोग करने से मानवीय जीवन में त्रुटि नही रह पाता और जीवन चिरन्तन सुख को प्राप्त करता है | उनके ग्रंथों में सांख्य दर्शन के प्रकृति पुरुष एवं त्रयगुणादि से युक्त होकर जीवन की पराकाष्ठा का वर्णन उपलब्ध होता है |
अनुज कुमार धर्म , अर्थ , काम , मोक्ष , प्रकृति , पुरुष , सत्त्व ,रज , तम | Publication Details Published in : Volume 3 | Issue 1 | January-February 2020 Article Preview
शोधछात्र, संस्कृत विभाग, वीर कुँवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा, भारतम्।
Date of Publication : 2020-02-25
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 147-152
Manuscript Number : SHISRRJ203341
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ203341