Manuscript Number : SHISRRJ2033451
शिक्षा में व्यावसायिक नैतिकता का योगदान
Authors(1) :-डाॅ. रुचि हरीश आर्य वैश्वीकरण और प्रतिस्पर्धी दुनिया की, इस दुनिया में हम अपनी शिक्षा प्रणाली में विविध परिवर्तन देख रहे हैं। शिक्षा के उद्देश्य भी शिक्षार्थी, समाज और राष्ट्र की जरूरतों, रुचियों और आवश्यकता के अनुसार बदल रहे हैं। शैक्षिक क्षेत्र में, नैतिक विचारों ने अपना मूल्य और स्थान खो दिया है, आजकल के दौर में वास्तविक जीवन में भी हमारे आसपास नैतिक व्यक्ति को खोजना बहुत मुश्किल है। इसलिए व्यक्ति के पेशेवर जीवन में नैतिकता विकसित करना समय की मांग है। शिक्षा के क्षेत्र में, व्यावसायिक नैतिकता एक मार्गदर्शक की तरह है जो शिक्षक को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने और शिक्षार्थियों के बीच अच्छे मूल्यों को विकसित करने की सुविधा प्रदान करती है। यह शिक्षक को एक शिक्षक के रूप में अपने पेशे को समझने में भी मदद करता है। पेशेवर नैतिकता की भावना रखने वाले शिक्षक अपने शिक्षार्थियों के साथ प्यार, देखभाल, स्नेह और प्रतिबद्धता के साथ व्यवहार करेंगे। शिक्षक और शिक्षार्थी के बीच अनुशासनहीनता, क्रोध, हताशा से निपटने के लिए, पाठ्यक्रम में मूल्य आधारित शिक्षा, आध्यात्मिक शिक्षा, नैतिक शिक्षा आदि को फिर से शुरू करना बहुत महत्वपूर्ण है।
डाॅ. रुचि हरीश आर्य नैतिक शिक्षा, आध्यात्मिक शिक्षा, शिक्षा प्रणाली आदि।
Publication Details Published in : Volume 3 | Issue 2 | March-April 2020 Article Preview
सह प्राध्यापिका, शिक्षाशास्त्र विभाग, राजकीय महाविद्यालय,मसी अल्मोड़ा।
Date of Publication : 2020-03-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 126-129
Manuscript Number : SHISRRJ2033451
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ2033451