किरातार्जुनीयम् महाकाव्य में आलंकारिक निरूपण

Authors(1) :-हसन खाँ

भारवि ने उन्मुक्त रूप में अलंकारों का प्रयोग किया है किन्तु अलंकार के समुचित प्रयोग तथा आकर्षक संयोजन में कवि पूर्ण सफल है। काव्यरचना में अलंकृत काव्यशैली रूप इस नवीन रीति के भारवि स्वयं जनक हैं। इस तरह कवि की अलंकार प्रियता पर भी प्रकाश पड़ता है । इस अलंकृत शैली के विनियोग से निश्चित रूप से काव्य का बाह्य स्वरूप बहुत ही सुसज्जित तथा चिकर्षक हुआ है। काव्य का शरीर तो अवश्य ही अत्यन्त अलंकृत है।

Authors and Affiliations

हसन खाँ
शोधच्छात्र, संस्कृत विभाग, जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर, मध्य प्रदेश, भारत।

काव्यशैली, अलंकार, किरातार्जुनीयम्, भारवि, संस्कृत, साहित्य, काव्य, रीति, शरीर।

  1. संस्कृत साहित्य का बृहद इतिहास ( डाॅ0 पुष्पा गुप्ता )।
  2. किरातार्जुनीयम्(सटिप्पणमल्लिनाथकृत ’घण्टापथसहितज्योत्सना- हिन्दी व्याख्यासमुöासितम्)  सम्पूर्ण।
  3. किरातार्जुनीयम् (प्रथम सर्ग) डाॅ राजेन्द्र प्रसाद मिश्र।
  4. किरातार्जुनीयम्:’सुबोध’ संस्कृत हिन्दी टीका प्रथम सर्ग।
  5. किरातार्जुनीयम् ’सर्वड.कषा’, श्री बदरीनारायण मिश्र।
  6. किरातार्जुनीयम्ः ’विजया’ संस्कृत हिन्दी व्याख्या द्वितीय सर्ग, ब्रह्मानन्द त्रिपाठी ,शिवबालक द्विवेदी।
  7. श्री महाभारत, प्रो0मण्डन मिश्र।
  8. गीता-साधक संजीवनी ,स्वामी श्री रामसुखदास जी।
  9. किरातार्जुनीयम्: एक समीक्षा, डाॅ प्रभा अवस्थी।
  10. किरातार्जुनीयम् “घण्टापथ” संस्कृत व्याख्या, डाॅ सुधाकर मालवीय।
  11. गीता-शांकर भाष्य, आचार्य शंकर।
  12. संस्कृत साहित्य का समीक्षात्मक इतिहास, आचार्य श्री कपिलदेव द्विवेदी ।
  13. श्रीम˜गवदगीता - तŸव विवेचनी, श्रीजयदयालजी, गोयन्दका जी।
  14. किरातार्जुनीयम्: ’घण्टापथ’ सुधा टीका, श्री गंगाधर मिश्र।
  15. किरातार्जुनीयम्: संस्कृत टीका, आचार्य शेष राज शर्मा।
  16. किरातार्जुनीयम् डाॅ0 पंचबहादुर सिंह।
  17. किरातार्जुनीयम् डाॅ0 कविराम कैलाश पाण्डेय।
  18. किरातार्जुनीयम् डाॅ0 डाॅ0 नर्मदेश्वर कुमार त्रिपाठी।
  19. करातार्जुनीयम् श्री बदरी नारायण मिश्र।
  20. किरातार्जुनीयम् डाॅ0 बाबूराम त्रिपाठी।

Publication Details

Published in : Volume 3 | Issue 6 | November-December 2020
Date of Publication : 2020-11-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 01-06
Manuscript Number : SHISRRJ203620
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

हसन खाँ, "किरातार्जुनीयम् महाकाव्य में आलंकारिक निरूपण", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 3, Issue 6, pp.01-06, November-December.2020
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ203620

Article Preview