Manuscript Number : SHISRRJ20372
दैनिक जीवन की मनोविकृतियाँ : फ्रायड के नज़रिए से
Authors(1) :-कमलावती कुमारी दैनिक जीवन में होनेवाली भूलों के पीछे व्यक्तिगत अचेतन के साथ-साथ सामूहिक अचेतन का भी हाथ होता है। उन्होंने अपने विश्लेषणात्मक सिद्धांत में दावा किया कि दैनिक जीवन की कुछ भूलें ऐसी है जिनकी समुचित व्याख्या व्यक्तिगत अचेतन के आलोक में संभव नहीं है। जैसे हम खेल-खेल में चिड़ियों कि तरह आवाज क्यों निकालते हैं, कभी-कभी हम जानवरों की बोली बोलने की भूल क्यों करते हैं, आदि की व्याख्या सामूहिक अचेतन के आधार पर ही अधिक तर्कसंगत है। अतः दैनिक जीवन की भूलों की समुचित व्याख्या करने में मनोविश्लेषण सिद्धांत का विश्लेषणात्मक सिद्धांत एक दूसरे के सम्पूरक हैं।
कमलावती कुमारी दैनिक जीवन, मनोविकृतियाँ, फ्रायड, अचेतन, विश्लेषणात्मक, मनोवैज्ञानिक। Publication Details Published in : Volume 3 | Issue 5 | September-October 2020 Article Preview
पीआरटी, दक्षिण पूर्व रेलवे मिश्रित प्रा. विद्यालय, आद्रा, पुरुलिया, प. बंगाल,भारत।
Date of Publication : 2020-10-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 132-136
Manuscript Number : SHISRRJ20372
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ20372