साम्प्रतिक काव्यप्रयोजन-विमर्श

Authors(2) :-अनुज कुमार द्विवेदी, डाॅ. देवनारायण पाठक

आचार्य द्विवेदी ने अपनी नवनवोन्मेषी प्रतिभा के द्वारा काव्यप्रयोजन की वर्तमान परिप्रेक्ष्य के आधार पर विवेचना प्रस्तुत की है। अन्य आचार्यों की भाँति इनका काव्यप्रयोजन-विवेक अनेक दृष्टिकोणों से पृथक् एवं विशिष्ट प्रतीत होता है। प्राचीन काव्यशास्त्रकारों ने जहाँ पुरुषार्थ-चतुष्टय की प्राप्ति तथा सहृदयह्लादकत्व को काव्य का प्रमुख प्रयोजन माना है, उसके सापेक्ष अर्वाचीन काव्यशास्त्री आचार्यों ने देशकाल की परिस्थिति के अनुरूप काव्यप्रयोजनों का उल्लेख किया है।

Authors and Affiliations

अनुज कुमार द्विवेदी
वरिष्ठ शोधच्छात्र, संस्कृत विभाग नेहरू ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय, प्रयागराज,उत्तर प्रदेश।
डाॅ. देवनारायण पाठक
संस्कृत-विभागाध्यक्ष नेहरू ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय, प्रयागराज,उत्तर प्रदेश।

प्रतिभा, काव्यप्रयोजन, अर्वाचीन,संस्कृत, काव्यशास्त्र, आचार्य, प्रो0 रहसबिहारी द्विवेदी।

  1. सर्ववेदान्तसिद्धान्तसारसंग्रह-11
  2. नीतिशतकम्-21
  3. वेदान्तसार-4
  4. नाट्यशास्त्र-प्रथम अध्याय-कारिका 113-15
  5. काव्यालंकार12
  6. काव्यालंकारसूत्र1-सूत्र 5 तथा उसकी वृत्ति
  7. काव्यालंकार1
  8. वक्रोक्तिजीवितम्-प्रथमोन्मेष-कारिका 3-5
  9. सरस्वतीकण्ठाभरण-1.2
  10. काव्यप्रकाश-प्रथमोल्लास-कारिका-2 तथा वृत्ति
  11. साहित्यदर्पण-1.2
  12. रसगंगाधर-प्रथम आनन
  13. काव्यालंकारकारिका-तृतीय अधिकरण कारिका-20-24
  14. तदेव कारिका-26
  15. अभिनवकाव्यालंकारसूत्र2 पृ. 15
  16. अभिराजयशोभूषणम्-प्रथम उन्मेष कारिका-23-29 पृ. 28
  17. दूर्वा द्वितीयोन्मेष अप्रैल-मई-जून-2005, पृ. 93

Publication Details

Published in : Volume 2 | Issue 3 | May-June 2019
Date of Publication : 2019-05-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 189-192
Manuscript Number : SHISRRJ203912
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

अनुज कुमार द्विवेदी, डाॅ. देवनारायण पाठक , "साम्प्रतिक काव्यप्रयोजन-विमर्श", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 2, Issue 3, pp.189-192, May-June.2019
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ203912

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