Manuscript Number : SHISRRJ214228
आधुनिक परिप्रेक्ष्य में वैदिक युगीन प्राकृतिक चिकित्सा की उपादेयता
Authors(1) :-डॉ० उमाकान्त यादव वैदिक वाङ्मय में प्राकृतिक चिकित्सा रोग निवारणार्थ एक उत्तम पद्धति है जिसका सूत्रपात वैदिक ऋषियों ने किया है। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में इसकी उपादेयता और बढ़ गयी है। सम्पूर्ण विश्व में प्राकृतिक चिकित्सा के प्रति आकर्षण उत्पन्न हो रहा है क्योंकि यह पद्धति पूर्णतः दोषमुक्त है। इसे अंगीकार कर सम्पूर्ण मानव पूर्ण एवं स्थायी स्वस्थता का प्राप्त कर सकता है।
डॉ० उमाकान्त यादव वैदिक, आधुनिक, प्राकृतिक, चिकित्सा, भैषज्य-विज्ञान, संस्कृति, अथर्ववेद। Publication Details Published in : Volume 4 | Issue 2 | March-April 2021 Article Preview
प्रोफेसर, संस्कृत विभाग, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश, भारत।
Date of Publication : 2021-03-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 103-108
Manuscript Number : SHISRRJ214228
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ214228