Manuscript Number : SHISRRJ214313
मानवाधिकार संरक्षण: एक परिदृश्य
Authors(1) :-डाॅ0 अलका चतुर्वेदी देश में लोगों के सर्वांगीण विकास के लिए मानवाधिकारों की स्थापना एवं उनके संरक्षण की व्यवस्था का होना ही पर्याप्त नहीं है, अपितु वहाँ के लोगों का इन अधिकारों के प्रति जागरूक होना भी आवश्यक है। जनसंचार के आधुनिक व परम्परागत साधनों का उपयोग जागरूकता व प्रसार में बेहतर ढंग से किया जा सकता है।
डाॅ0 अलका चतुर्वेदी मानवाधिकार, संरक्षण, आधुनिक, जनसंचार, सामाजिक, राजनीतिक। Publication Details Published in : Volume 4 | Issue 3 | May-June 2021 Article Preview
भूतपूर्व शोध छात्रा, हेमवती नन्दन बहुगुणा, केन्द्रीय विश्वविद्यालय, गढ़वाल (श्रीनगर), उत्तराखण्ड,भारत
Date of Publication : 2021-06-10
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 70-76
Manuscript Number : SHISRRJ214313
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ214313