Manuscript Number : SHISRRJ214338
शिक्षा पर वैश्वीकरण का प्रभावः एक अध्ययन
Authors(1) :-सुषमा रानी संस्कृति और शिक्षा प्रणाली पर वैश्वीकरण का प्रभाव एक प्रमुख चिंता का विषय है। कुछ लोगों ने इसे परिवार और स्कूल जैसे पारंपरिक संस्थानों के लिए एक इलाज के रूप में देखा, एक अन्य तर्क ने पारंपरिक और आधुनिक दृष्टिकोण विकसित करने में लाभ देखा। यह पत्र विकासशील देशों के लिए शिक्षा पर वैश्वीकरण के सकारात्मक और नकारात्मक प्रभावों का विश्लेषण करेगा। प्रभावी शिक्षा प्रणाली एक सभ्य जीवन जीने के अवसरों की नींव है। यह सुनिश्चित करना कि सभी बच्चों की शिक्षा तक पर्याप्त पहुंच हो, सभी आय स्तर पर देशों के लिए सार्वजनिक क्षेत्र का आवश्यक कार्य है। पत्र का तर्क है कि शिक्षा समाज का एक मुख्य तत्व है, और लोकतांत्रिक पसंद की नींव है। देशों के बीच शिक्षा के अवसरों में बड़ा अंतर वैश्विक असमानता के मूल कारणों में से एक है। लोग वैश्वीकरण से तभी योगदान और लाभ उठा सकते हैं जब वे ज्ञान, कौशल और मूल्यों से संपन्न हों और अपनी बुनियादी संभावनाओं को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक क्षमताओं और अधिकारों के परिपूर्ण हों।
सुषमा रानी वैश्वीकरण, भूमंडलीकरण, शिक्षा, लोकतन्त्र आदि।
Publication Details Published in : Volume 4 | Issue 3 | May-June 2021 Article Preview
एसोसिएट प्रोफेसर, शिक्षक शिक्षा विभाग, एन.एम.एस.एन.दास पी.जी.काॅलेज, वदायँू, उ.प्र., भारत।
Date of Publication : 2021-06-10
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 225-234
Manuscript Number : SHISRRJ214338
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ214338