Manuscript Number : SHISRRJ22517
वर्तमान व्यवहारिक जीवन में यम की उपादेयता
Authors(1) :-दीपा आर्या सम्पूर्ण विश्व को योगविद्या भारतीय ऋषि परम्परा की अनुपम भेंट हैं। जहाँ प्राचीन काल की ऋषि परम्परा में योग चेतना की जागृति तथा मोक्षमार्ग के साधना रूप में भूमिका निभाता था। वही योग साधना के विभिन्न आयाम (हठयोग,अष्टांगयोग,मन्त्र्ायोग,भक्तियोग,) इत्यादि वर्तमान समय में व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, सामाजिक, भावनात्मक, स्वास्थ्य पर नैतिक जीवन में अपनी सकारात्मक भूमि प्रदान कर सकते हैं यदि वर्तमान समय में व्यक्ति विभिन्न आयामो में से केवल अष्टांग योग के अन्र्तगत यम का भी पालन कर लें तो व्यक्ति का जीवन सरल,सुखी व चितामुक्त हो जायेगा परन्तु आज का व्यक्ति तनाव युक्त व अभावमय जीवन यापन कर रहे हैं जिसका मुख्य कारण व्यक्ति के जीवन में योग न होने से उसकी जीवन शैली विकृत हो चुकी हैं। जिससे वह शारीरिक एवं मानसिक, बौ़ि़़द्धक सामाजिक, भावनात्मक, स्वास्थ्य का भौतिक जीवन में अपनी सकारात्मक भूमि प्रदान नहीं कर रहे हैं। और व्यक्ति को अपने जीवन में अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा हैं। अगर व्यक्ति अपनी जीवन शैली में यम का अनुसरण करें, तो वह अपने जीवन को सुखी बनाकर उस परमानंद से जुड़ सकता हैं जो सभी दुःखों की निवृŸिा करता हैें,पातंजल योग सूत्र्ा में बताये गये यम हमें नैतिकता का मूल्य प्रदान करते है, कि हमारे लिए क्या आवश्यक है क्या अनावश्यक है व जीवन को सरल कैसे बनाते हैं यदि अपने जीवन में यम का अनुसरण किया जाये तो व्यक्ति कर्म को अर्जित कर पाएगा। और अपने अन्तिम लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है। और छोटी छोटी बातो से विचलित नहीे होएगा। वह अपने साथ समाज के विकास में भी सहयोग कर पायेगा। उसके अष्टांग योग के यम का अनुसरण करना आवश्यक है जो इसको एक व्यवहारिक जीवन यापन करने व एक सभ्य समाज का नागरिक बनाने में मदद करते हैं।
दीपा आर्या प्राचीन, वर्तमान ,अष्टांग, व्यक्ति,यम।
Publication Details Published in : Volume 5 | Issue 1 | January-February 2022 Article Preview
शोधार्थी, निर्वाण विश्वविद्यालय, जयपुर
Date of Publication : 2022-01-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 45-50
Manuscript Number : SHISRRJ22517
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ22517