नीतिवाक्यामृतम् में वर्णित षाड्गुण्य: एक परिचय

Authors(1) :-अंजू देवी

सोमदेवसूरि ने अत्यन्त विस्तृत, वैज्ञानिक, तथा कुटनीतिक रूप से षाड्गुण्य की व्याख्या की है। इन्होनें वैदेशिक सम्बन्धों को अनुकूल बनाने के लिए, अपने राज्य की सुरक्षा के लिए तथा राज्य में सुख और समृद्धि के लिए इन नीतियों का प्रयोग आवश्यक माना है। इस प्रकार इनके षाड्गुण्य नीति का अध्ययन करने से स्पष्ट होता है, कि प्रजा की योगक्षेम की समुचित व्यवस्था को बनाये रखते हुए निरन्तर राज्य की वृद्धि करना तथा राज्य के शत्रुओं को हानि पहुँचाते हुए राज्य का विस्तार करना है।

Authors and Affiliations

अंजू देवी
संस्कृत विभाग, कला संकाय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी, उत्तर प्रदेश।

नीतिवाक्यामृतम्, वैदेशिक, षाड्गुण्य, कुटनीतिक, वैज्ञानिक, राज्य, साहित्य।

  1. नीतिवाक्यामृतम् सोमदेवसूरि
  2. मनुस्मृति मनु
  3. अर्थशास्त्र कौटिल्य
  4. शुक्रनीति शुक्राचार्य
  5. कामन्दकीयनीतिसार कामन्दक
  6. नीतिवाक्यामृतम् सोमदेवसूरि (व्याख्याकार सुन्दरलाल शास्त्री)
  7. शुक्रनीति में राजंतन्त्र डाॅ0 रामप्रदेश पाठक
  8. नीतिवाक्यामृतम् मे राजधर्म डाॅ0 शालिनी श्रीवास्तव
  9. नीतिवाक्यामृतम् सोमदेवसूरि (व्याख्याकार एम0एल0 शर्मा)
  10. याज्ञवल्क्यस्मृति याज्ञवल्क्य (मिताक्षरा टीका)

Publication Details

Published in : Volume 5 | Issue 3 | May-June 2022
Date of Publication : 2022-06-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 25-29
Manuscript Number : SHISRRJ22534
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

अंजू देवी, "नीतिवाक्यामृतम् में वर्णित षाड्गुण्य: एक परिचय ", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 5, Issue 3, pp.25-29, May-June.2022
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ22534

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