Manuscript Number : SHISRRJ225464
महात्मा गांधी का आर्थिक दर्शन और पर्यावरण संरक्षण
Authors(1) :-डाॅ. गीता सिंह गांधी जी का चिंतन उनके व्यावहारिक जीवन के अनुभवों पर आधारित था जो समाज के निम्नतम पायदान पर खड़े व्यक्ति के कल्याण को समाहित करने वाला था। उन्होने कोरी कल्पना नही की जैसी प्रायः चिंतक करते है अपितु उस पर आचरण भी करके दिखाया। यही कारण है कि उनकी मान्यतायें आज भी पूर्णतः व्यवहार मे लाए जा सकने योग्य हैं।
डाॅ. गीता सिंह महात्मा गांधी, आर्थिक, दर्शन, पर्यावरण, संरक्षण। Publication Details Published in : Volume 5 | Issue 3 | May-June 2022 Article Preview
प्राध्यापक अर्थशास्त्र,शास. कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय,रीवा (म.प्र.),भारत।
Date of Publication : 2022-06-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 114-118
Manuscript Number : SHISRRJ225464
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ225464