Manuscript Number : SHISRRJ225471
संस्कृत महाकाव्य में काव्यशास्त्री तत्वों का सामान्य परिचय
Authors(1) :-दिलीप कुमार संस्कृत साहित्य में काव्यशास्त्र के लिए अलंकारशास्त्र, काव्यालंकार, साहित्यविद्या, क्रियाकल्प आदि शब्दों के प्रयोग मिलते है। इनमें अलंकारशास्त्र शब्द सर्वाधिक प्रचलित माना जाता है। भामह, वामन तथा उद्ट आदि प्राचीन आचार्यों ने काव्यविवेचन से सम्बद्ध ग्रन्थों के नाम में काव्यालंकार शब्द का प्रयोग किया है। इसे अलंकारशास्त्र कहने के दो कारण हो सकते हैं। काव्यशास्त्र अथवा साहित्यशास्त्र का चैथा काल व्याख्या काल कहलाता है। इसका विस्तार आचार्य मम्मट से लेकर आचार्य जगन्नाथ और आचार्य विश्वेश्वर तक स्थित है।
दिलीप कुमार संस्कृत, महाकाव्य, काव्यशास्त्र, सौन्दर्यजनक, अलंकार, रंस। Publication Details Published in : Volume 5 | Issue 3 | May-June 2022 Article Preview
शोधछात्र, संस्कृत विभाग, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश।
Date of Publication : 2022-06-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 155-160
Manuscript Number : SHISRRJ225471
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ225471