Manuscript Number : SHISRRJ225519
ऋग्वेदीय पृथ्वीस्थानीय देवताओं में नदियों का विवेचन
Authors(1) :-सुरेखा जैसवार इसमें ऋग्वेद में वर्णित पृथ्वीस्थानीय देवता के रूप में नदियों का विवेचन उपस्थित है इसमें आध्यात्मिक एवं भौतिक दोनों प्रकार की कामनाओं की पूर्ति में उनका महत्व प्रस्तुत है। ऋग्वेद के अनेक मंत्रों में उनकी स्तुतियाँ और आवाह्न कर दोषों एवं पापों से मुक्ति का उल्लेख मिलता है। अतः ऋग्वेद में भौगोलिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक दृष्टि से इनका महत्व उपस्थित है।
सुरेखा जैसवार सिन्धु, शुतुद्रि, गंगा, सरस्वती, गोमती, पितस्ता, परुषणी, कुलिशी। Publication Details Published in : Volume 5 | Issue 5 | September-October 2022 Article Preview
शोधच्छात्रा, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश, भारत।
Date of Publication : 2022-10-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 90-93
Manuscript Number : SHISRRJ225519
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ225519