संस्कृत वाङ्मय में आख्यान और उपाख्यान परंपरा पर विचार-विमर्श

Authors(1) :-अखिलानन्द उपाध्याय

अपाला आत्रेयी एवं घोषा का उपाख्यान भारतीय नारी शक्ति की चारित्रिक उदारता एवं एवं तेजोरूपता का उदाहरण है। कतिपय उपाख्यानों का उदय मनुष्य को चारित्रिक एवं नैतिक दृष्टि से समृद्ध बनाने के लिए भी उपाख्यानों की योजना की गई प्रतीत होती है। तदनंतर प्रभृति महाकाव्यों में उपाख्यानों की विवेचना उपर्युक्त वर्णित उद्देश्यों के अतिरिक्त उसके मूल कथानक को सरस रोचक आदि बनाना भी रहा है ।वास्तविक रूप में संस्कृत वांग्मय में उपाख्यानों के लेखन के यही किंचित उद्देश्य रहे हैं।

Authors and Affiliations

अखिलानन्द उपाध्याय
शोध छात्र, विभाग संस्कृत, डॉ राम मनोहर लोहिया राजकीय महाविद्यालय मुफ्तीगंज, जौनपुर, विश्वविद्यालय-वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर, उत्तर प्रदेश।

संस्कृत, वाङ्मय, आख्यान, उपाख्यान, नारी, शक्ति, नैतिक।

1- भारतीय अनुशीलन, डॉ मणिलाल पटेल 34-42

2- वैदिक साहित्य और संस्कृति, बलदेव उपाध्याय।

3- ऋग्वेद - 7/18,33,83,95

4- ऋग्वेद- 1/24-26,179

5- ऋग्वेद- 2/12

6- ऋग्वेद- 3/43,53

7- ऋग्वेद- 8/91

8- ऋग्वेद- 10/61,62,86,95,98,108,35

9- ऋग्वेद- 8/19,81

10- ऋग्वेद- 1/140-164

11- A Dictionary of Literary terms: J.A.Cuddon Andre Deutsch limited G.R.S. London.

12- Every man's Encyclopaedia Vol.IV J.M. Dent

13- Webster's Third International Dictionary,Merian Webster.

14- शतपथ ब्राह्मण

15- ऐतरेय ब्राह्मण सप्तम पंचिका अध्याय 33

16- तैत्तिरीय ब्राह्मण- 7/1/5/1

17- तैत्तिरीय ब्राह्मण- 3/11/8

18- छान्दोग्य उपनिषद- अध्याय 1खण्ड 10-11

19- छान्दोग्य उपनिषद- 1/12

20- छान्दोग्य उपनिषद-4/4/8

21- छान्दोग्य उपनिषद- 4/10/15

22- बृहदारण्यक-3,4

23- केनोपनिषद- खण्ड 3,4

24- केनोपनिषद- 2/2/13

25- वायु पुराण

26- भागवत पुराण- 9/14

27- विष्णु पुराण-

28- वराह पुराण- 16/10-39

29- कुर्म पुराण- 1/16/77,78

30- वामन पुराण

31- मूल रामायण,गीता प्रेस गोरखपुर

32- मूल महाभारत- गीता प्रेस गोरखपुर।

Publication Details

Published in : Volume 5 | Issue 6 | November-December 2022
Date of Publication : 2022-12-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 92-96
Manuscript Number : SHISRRJ22572
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

अखिलानन्द उपाध्याय, "संस्कृत वाङ्मय में आख्यान और उपाख्यान परंपरा पर विचार-विमर्श ", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 5, Issue 6, pp.92-96, November-December.2022
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ22572

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