Manuscript Number : SHISRRJ236628
इतिहास बोध और आलोचना: एक आलोचनात्मक अध्ययन
Authors(1) :-डाॅ0 माया गोला रचना की संवेदनशीलता, उसकी कल्पना शक्ति का विकास सामाजिक व्यवहार से ही तय होता है और प्रत्येक सामाजिक व्यवहार का अपना इतिहास होता है और यही तत्व रचनाकार से होते हुए उसकी कृति में उपस्थित होता है और आलोचना जब अपना दायित्व निभाती है तो वह इस इतिहास बोध की प्रक्रिया को भूलती नहीं है।
डाॅ0 माया गोला इतिहास, बोध, आलोचना, संवेदनशीलता, सामाजिक, हिन्दी। Publication Details Published in : Volume 6 | Issue 6 | November-December 2023 Article Preview
सहायक प्राध्यापक, हिंदी विभाग, सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, परिसर, अल्मोड़ा, उत्तराखण्ड।
Date of Publication : 2023-12-21
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 182-190
Manuscript Number : SHISRRJ236628
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ236628