Manuscript Number : SHISRRJ236636
अलका सरावगी के कहानियों में नैतिक जीवन-मूल्य
Authors(1) :-कु. राजवती जीवन-मूल्य के समतुल्य माने जाना अनुचित न होगा क्योंकि जीवन मूल्यों की तरह मानव के कतिपय नैतिक कर्तव्य, नैतिक धर्म, नैतिक जिम्मेदारी आदि दायित्व होते हैं, जो प्रसंगानुसार अर्थ देते हैं। नैतिक मानव मूल्यों के परिणाम अब विवाह योग्य, विचार दाम्पत्य जीवन के लिए प्रेम-विवाह में भी व्यवहृत होने लगे हैं। हमारी परम्पराओं जो नैतिक मूल्य समाहित हैं वे पूर्व से अपरिचित जोड़ों को जीवन-साथी बनाने में अपना अमिट योगदान देते हैं।
कु. राजवती अलका सरावगी, कहानी, नैतिक, जीवन-मूल्य, स्त्री-पुरुष, मानव, स्वतन्त्रता। Publication Details Published in : Volume 6 | Issue 6 | November-December 2023 Article Preview
शोधार्थी, हिन्दी—विभाग आगरा कॉलेज, आगरा।
Date of Publication : 2023-11-11
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 248-250
Manuscript Number : SHISRRJ236636
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ236636