Manuscript Number : SHISRRJ247117
आरण्यक कालीन समाज
Authors(1) :-गौतम आर्य आरण्यक कालीन समाज में व्यक्ति के जीवन लक्ष्य, पुरुषार्थचिन्तन, पारिवारिक सम्बन्धों के विश्लेषण एवं उसके आवास, भोजन, वस्त्रादि से सम्बन्धित विवेचन से तत्कालीन सामाजिक परिवेश का ज्ञान प्राप्त होता है । उपर्युक्त विश्लेषण से ज्ञात होता है कि तत्कालीन समाजमें लोगों को अध्यात्म एवं पुरुषार्थ सिद्धि के इतर अन्य कृत्यों हेतु समय ही नहीं मिल पाता था। आरण्यक कालीन समाज में व्यक्ति पुरुषार्थ करते हुए साधारण जीवन जीने में विश्वास रखते थे ।
गौतम आर्य आरण्यक, कालीन, समाज, जीवन लक्ष्य, पुरुषार्थचिन्तन। Publication Details Published in : Volume 7 | Issue 1 | January-February 2024 Article Preview
शोधार्थी, शासकीय हमीदिया कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय, भोपाल।
Date of Publication : 2024-01-15
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 135-139
Manuscript Number : SHISRRJ247117
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ247117