किरातार्जुनीयम् एवं शिशुपालवधम् महाकाव्य में धर्म और राजनीति

Authors(1) :-मुकेश कुमार

दोनों महाकाव्यों में कवियों ने अपनी भावना का प्रतिपादन किया है। जिसमें धर्म और राजनीति की अवधारणा पर अत्यधिक बल दिया जिसमें धर्म मनुष्य की अवधारणा का भी प्रतिरूप माना जाता है। महाकवि भरवि राजनीति के प्रकाण्ड पण्डित माने जाते हैं। धर्म की अवधारणा पर भी अत्यधिक बल दिया है। वही महाकवि माघ भी धर्म और राजनीति के मापदण्डों को पूर्ण रूप से प्रतिपादित किया है। जिससे यह दोनों महाकाव्य राजनीति और धर्म का प्रतिरूप माना जाता है। दोनों महाकवियों ने अपने-अपने महाकाव्यों में धर्म और राजनीति पर विशेष बल दिया है। जिससे यह प्रतिपादित होता है। कि यह दोनों ग्रन्थ महाभारत जैसे महाकाव्य की अवधारणा पर ही निहित है। जिसका अभिप्राय समाज में मानवता के आस्था का प्रतिपादन करना है। जो धर्म और राजनीति की अवधारणा को पहचानता वही सामाजिक आर्थिक मनोभूति को भी जानता है। जिससे यह प्रतीत होता है कि दोनों महाकवि धर्म और राजनीति में अपनी भावना को प्रतिपादित करते हैं।

Authors and Affiliations

मुकेश कुमार
शोधच्छात्र, शासकीय एम.एल.बी. उत्कृष्ट, महाविद्यालय ग्वालियर (म.प्र.) सम्बद्ध जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर मध्य प्रदेश।

किरातार्जुनीयम शिशुपालवधम्, महाकाव्य, धर्म, राजनीति, सामाजिक, आर्थिक।

  1. धर्मसिन्धु श्री सुदामा मिश्र शास्त्री
  2. धर्मसिन्धु श्री सुदामा मिश्र शास्त्री पृष्ठ 15
  3. वेदों में राजनीतिशास्त्र डाॅ कपिल देव द्विवेदी पृष्ठ 6
  4. नीतिशास्त्र- आचार्य देवेन्द्र मुनि पृष्ठ 42
  5. मनुस्मृति 7/1
  6. धर्म-दर्शन डाॅ. लक्ष्मी सिन्हा पृष्ठ 11
  7. किरातार्जुनीयम् महाकाव्य भूमिका टीकाकार रामसेवक दुवे पृष्ठ 48
  8. किरातार्जुनीयम् महाकाव्य 1/6 श्लोक
  9. किरातार्जुनीयम् महाकाव्य भूमिका सम्पादक रामसेवक दुबे पृष्ठ 18
  10. किरातार्जुनीयम् महाकाव्य 1/9 श्लोक
  11. संस्कृत साहित्य का समीक्षात्मक इतिहास डाॅ. कपिल देव द्विवेदी पृष्ठ 201
  12. शिशुपालवधम् महाकाव्य भूमिका डाॅ. केशवराव
  13. शिशुपालवधम् महाकाव्य 14/16 श्लोक
  14. महाभावत उद्योगपर्व - 36/7
  15. पंचतंत्र - विष्णुशर्मा भूमिका पृष्ठ 12
  16. मल्लिनाथकृत सर्वाड्ंकषा टीका पृष्ठ 42
  17. किरातार्जुनीयम् महाकाव्य- सम्पादक डाॅ. रामसेवक दुबे भूमिका पृष्ठ 34
  18. शिशुपालवधम् महाकाव्य - सम्पादक डाॅ. केशवराय (भूमिका) पृष्ठ 54-55
  19. शिशुपालवधम् महाकाव्य भूमिका पृष्ठ 40
  20. शिशुपालवधम् महाकाव्य- भूमिका पृष्ठ 48
  21. मल्लिनाथकृत सर्वड्ंगषा टीका पृष्ठ 20
  22. शिशुपालवधम् महाकाव्य 15/1 श्लोक
  23. संस्कृत साहित्य का समीक्षात्मक इतिहास डाॅ. कपिल देव द्विवेदी
  24. शिशुपालवधम् महाकाव्य भूमिका - पृष्ठ 12

Publication Details

Published in : Volume 7 | Issue 1 | January-February 2024
Date of Publication : 2024-02-15
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 140-144
Manuscript Number : SHISRRJ247118
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

मुकेश कुमार, "किरातार्जुनीयम् एवं शिशुपालवधम् महाकाव्य में धर्म और राजनीति ", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 7, Issue 1, pp.140-144, January-February.2024
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ247118

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