Manuscript Number : SHISRRJ203106
नैतिकता और मानवीय मूल्य (संस्कृत साहित्य और आधुनिक परिप्रेक्ष्य में)
Authors(1) :-डाॅ0 रुचि पाण्डेय बिखरते हुए मानव-मूल्यों को समय के प्रवाह के साथ सहेजना होगा। इसका दायित्त्व सर्वप्रथम माता-पिता पर समाज के उस प्रबुद्ध वर्ग जिनमें शिक्षक, चिकित्सक, अभियांत्रिक, साहित्यकार और विद्धान पर भी हैं। जिनके द्वारा एक स्वस्थ पीढ़ी का निर्माण हो सकता है।
डाॅ0 रुचि पाण्डेय संस्कृत, साहित्य, नैतिकता, मानवीय-मूल्य। Publication Details Published in : Volume 3 | Issue 5 | September-October 2020 Article Preview
एसो.प्रोफे. संस्कृत, आगरा काॅलेज, आगरा,उत्तर प्रदेश, भारत।
Date of Publication : 2020-09-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 352-354
Manuscript Number : SHISRRJ203106
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ203106